कचरे से सब है परेशान,
मिलता नहीं उनका इलाज़
सोच रही है सरकार भी
बताये समाधान तो कोई।
ये वो जहर है
जो धीरे धीरे फैल रहा है।
ये वो धुआँ है
जो विष बन रहा है।
मिलता नहीं उनका इलाज़
सोच रही है सरकार भी
बताये समाधान तो कोई।
ये वो जहर है
जो धीरे धीरे फैल रहा है।
ये वो धुआँ है
जो विष बन रहा है।
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