Sunday, 25 March 2018

AMBEY MAA

माँ ने सुन ली मेरी पुकार, 
अपनाया मुझे बारम्बार। 
मैं सही या गलत 
पूछा नहीं एक बार।  

हे अम्बे माँ, हे जगदम्बे माँ,
रहना सदा मेरे साथ।  
मेरी सांसे तुमसे, मेरा जीवन तुमसे 
दूर न रहना कभी मुझसे।  

माँ ने सुन ली मेरी पुकार, 
अपनाया मुझे बारम्बार। 

रूठ गयी जब मैं अम्बे 
मुझको मनाया तुमने जगदम्बे।  
दिया अपना आशीष तुमने अम्बे 
साथ निभाया तुमने जगदम्बे। 

माँ ने सुन ली मेरी पुकार, 
अपनाया मुझे बारम्बार। 

मैंने खुद को भुलाया
तेरी याद ने रुलाया। 
माँ मुझको बुलाये 
 रूठे को मनाये।  

सुन ली मेरी पुकार।

माँ ने सुन ली मेरी पुकार, 
अपनाया मुझे बारम्बार। 
माँ ने सुन ली मेरी पुकार, 
अपनाया मुझे बारम्बार। 

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