Tuesday 18 September 2018

उम्मीद

सुबह के सपने अक्सर दिन में टूट जाते है। 
पल भर में ही, सही भी गलत हो जाते है।
कुछ मिंटो की दुरी तय करना भी मुश्किल हो जाता है
जब दूर दूर तक उम्मीद का एक तिनका भी नजर नहीं आता है।  

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